Expert Vijay Chopra: डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी हमारे लिए अच्छी नहीं है। हम कई चीजों के लिए आयात पर निर्भर हैं, इसलिए डॉलर महँगा होने से आयात प्रभावित होगा। हालाँकि कच्चा तेल इस समय महँगा नहीं है और ये हमारे लिए बहुत अच्छी बात है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय कारणों में अमेरिका में नव निर्वाचित राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
वहाँ निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे और समझा जा रहा है कि इसके बाद कई तरह के नीतिगत बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस वक्त काफी बड़े कर्ज की गिरफ्त में है, इसलिए ट्रंप के लिए भी आगे का रास्ता आसान नहीं होगा। इसलिए फिलहाल अमेरिका अंतरराष्ट्रीय हालात की अगुवाई नहीं कर रहा है। वहीं, घरेलू स्तर पर महँगाई बहुत बड़ा मुद्दा है, जिससे बहुत बड़ा वर्ग प्रभावित है। इसका असर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है।
(शेयर मंथन, 22 दिसंबर 2024)
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