नवंबर महीने में सेंसेक्स में 5.08% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गयी। यह सेंसेक्स का नवंबर में 2012 के बाद सबसे शानदार प्रदर्शन है।
नवंबर 2012 में सेंसेक्स में 4.1% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी थी। वहीं 2009 के समान महीने में यह 9.8% और 2014 में 2.99% ऊपर चढ़ा था। जानकारों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों के 60 डॉलर प्रति बैरल से नीचे फिसलने और डॉलर के मुकाबले रुपये में आयी 5.5% की मजबूती से बाजार को काफी सहारा मिला। वहीं हाल ही में ब्याज दरों को लेकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नरम रुख से निवेशकों ने फिर से जोखिम वाली संपत्तियों का रुख किया है।
खबरों के अनुसार मार्च 2018 के बाद मासिक आधार पर पहली बार विदेशी निवेशक शुद्ध खरीदार रहे। विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में (ऋण और इक्विटी) में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।
बाजार में जोरदार तेजी से कई शेयरों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गयी। गौरतलब है कि नवंबर महीने 8के माइल्स सॉफ्टवेयर ने सर्वाधिक 171.14% का मासिक रिटर्न दिया। वहीं क्वालिटी में 74.33%, लिंडे इंडिया में 55.03%, इन्फिबीम एवेन्यूज में 38.14%, जेट एयरवेज में 37.56%, अदाणी ट्रांसमिशन में 35.88%, बीईएमएल में 28.31%, फोर्ब्स ऐंड कंपनी में 25.42%, टाटा इन्वेस्टमेंट में 24.94%, बंधन बैंक में 22.97%, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज में 21.74% और कनसाई नेरोलैक में 21.14% की वृद्धि दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 01 दिसंबर 2018)
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