अमेरिकी बेरोजगारी लाभ के दावों में आश्चर्यजनक उछाल के साथ ही डॉलर के कमजोर होने और ट्रेजरी यील्ड कम होने से सर्राफा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
पिछले दो सप्ताह में गिरावट के बाद इस सप्ताह सोने में लगभग 4.4% वृद्धि हुई है। अमेरिकी बेरोजगारी लाभ के दावों में लगातार दूसरे हफ्तें बढ़ोतरी के बाद प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँच गया है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करने की टिप्पणी के बाद कल अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में भी गिरावट हुई। पॉवेल ने कहा है कि इस वर्ष कीमतों में वृद्धि की संभावना अस्थायी है, और चेतावनी दी है कि कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी रिकवरी को धीमा कर सकती है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक का इरादा अपने अति-आसान रुख को बनाये रखने का है भले ही अर्थव्यवस्था में रिकवरी हो रही है। यूरोपीय सेंट्रल बैंक के नीति निर्माताओं ने बॉन्ड खरीद में थोड़ी बढ़ोतरी करने पर चर्चा की। फेड ने उल्लेख किया है कि 2022 की शुरुआत में अर्थव्यवस्था मजबूत हो सकती हैं, लेकिन यह बढ़ती हुई मुद्रास्फीति की दर की कीमत पर होगी, जो नियंत्राण से बाहर निकल सकता है और यही वह समय होगा जब हम सोने में कुछ ठोस बढ़त देख सकते हैं। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि फेड को जनवरी 2022 तक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी होगी क्योंकि मुद्रास्फीति के नियंत्राण से बाहर होते ही यह बहुत आवश्यक हो जायेगा। इस सप्ताह, हम कीमतों में भारी अस्थिरता देख सकते हैं और
सोने में तेजी के साथ कारोबार हो सकता है। सोने की कीमतें 44,000-48,900 रुपये दायरे में और चांदी की कीमतें 63,900-69,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,690-1,780 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है और चांदी की कीमतें 23.90-27.40 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2021)
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