दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस ने अमेरिकी कंपनी पनाया इंक का अधिग्रहण करने के समझौते की घोषणा की है।
यह अधिग्रहण 20 करोड़ डॉलर के नकद सौदे में किया गया है। पनाया इंक बड़े स्तर के इंटरप्राइज सॉफ्टवेयर प्रबंधन के लिए ऑटोमेशन तकनीक उपलब्ध कराने वाली कंपनी है। यह अपने क्लाउडक्वालिटी सुइट के लिए जानी जाती है। कंपनी ने बताया है कि उसे यह सौदा 31 मार्च 2015 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
इस अधिग्रहण पर इन्फोसिस के सीईओ और एमडी डॉ. विशाल सिक्का ने कहा है, "पनाया का अधिग्रहण हमारी सेवाओं के नवीकरण और उन्हें दूसरों से अलग बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे हमें अपने लोगों की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी और हम बार-बार किये जाने वाले कामों में दोहराव से बचेंगे, ताकि हम अपने ग्राहकों के सामने मौजूद महत्वपूर्ण और रणनीतिक चुनौतियों पर ज्यादा ध्यान दे सकें।"
एंजेल ब्रोकिंग की वीपी (रिसर्च - आईटी) सरबजीत कौर नांगरा ने इस सौदे पर कहा है कि यह अधिग्रहण इन्फोसिस के लिए अच्छा है, क्योंकि इसके जरिये कंपनी अपनी नकदी का बेहतर इस्तेमाल कर रही है। हालाँकि इस पनाया के बारे में पूरे आँकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन 20 करोड़ डॉलर के इंटरप्राइज मूल्यांकन से यह लगता है कि कंपनी की बिक्री 10 करोड़ डॉलर के अंदर ही होगी।
इस लिहाज से नांगरा का कहना है कि यह इन्फोसिस के लिए एक बहुत छोटा अधिग्रहण है। फिलहाल इसके ज्यादा विवरण नहीं मिलने के कारण एंजेल ब्रोकिंग ने इन्फोसिस के लिए 2,449 रुपये के लक्ष्य भाव के साथ एकम्युलेट यानी निचले भावों पर जमा करते रहने की सलाह जारी रखी है।
हालाँकि इस खबर के बाद इन्फोसिस के शेयर को लेकर बाजार में कोई उत्साह नहीं दिखा है। आज सुबह बीएसई में इसका शेयर कमजोरी के साथ 2281 रुपये पर खुला। इस खबर के आने के बाद यह थोड़ी देर के लिए हरे निशान में गया, मगर फिर से एक दायरे में लाल निशान में आ गया। एक बजे के बाद यह 2266 रुपये के निचले स्तर तक फिसल जाने के बाद थोड़ा सँभला है। करीब 3 बजे यह 20.65 रुपये या 0.90% की गिरावट के साथ 2275.75 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 16 फरवरी 2015)
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