चालू खाता घाटा बढ़ने की संभावना को लेकर भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5800 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी से बाजार पर दबाव बना।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 347 अंक यानी 1.76% की कमजोरी के साथ 19,727 पर बंद हुआ। निफ्टी 98 अंक यानी 1.08% की गिरावट के साथ 5735 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.77% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.28% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.56% की गिरावट रही। आज के कारोबार में कैपिटल गुड्स और बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 5800 के स्तर के नीचे चला गया। फिर बाजार में लाल निशान पर एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में भी बाजार एक दायरे में ही रहा। लेकिन यूरोपीय शेयर बाजारों में कमजोर संकेतों और रुपये में गिरावट की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ गया। कारोबार के अंतिम घंटे में सेंसेक्स 19,321 और निफ्टी 5718 तक नीचे फिसल गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कैपिटल गुड्स क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.92% का घाटा सहना पड़ा। बैंकिंग में 2.84%, धातु में 2.44%, रियल्टी में 2.09%, पीएसयू में 2.09%, तेल-गैस में 1.74%, पावर में 1.56%, ऑटो में 1.48% और एफएमसीजी में 1.27% की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.95%, टीईसीके में 0.48% और हेल्थकेयर में 0.09% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.06% की हल्की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 30 सितंबर 2013)
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