व्यापार घाटे में कमी से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
सितंबर महीने में व्यापार घाटा घटने से घरेलू बाजार को फायदा पहुँचा। सितंबर 2013 में भारत का व्यापार घाटा घट कर 676 करोड़ डॉलर रहा है। जो कि अगस्त 2013 में 1090 करोड़ डॉलर रहा था, जबकि सितंबर 2012 में यह 1715 करोड़ डॉलर दर्ज हुआ था। मार्च 2011 के बाद सितंबर 2013 में व्यापार घाटा सबसे कम रहा है।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 6000 के स्तर से ऊपर रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 266 अंक यानी 1.33% की मजबूती के साथ 20,249 पर बंद हुआ। निफ्टी 79 अंक यानी 1.33% चढ़ कर 6007 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.04% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.84% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.54% की बढ़त रही। आज के कारोबार में रियल्टी और हेल्थकेयर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 5900 के स्तर से नीचे खुला। इस दौरान सेंसेक्स 19,827 और निफ्टी 5877 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि इसके बाद निफ्टी 5900 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। सितंबर महीने में व्यापार घाटा घटने की खबर से बाजार को फायदा पहुँचा। इस दौरान बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। सेंसेक्स 20,000 के स्तर को पार कर गया। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार की मजबूती बढ़ी। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार का जोश बढ़ा। निफ्टी 6000 के स्तर को पार कर गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,278 और निफ्टी 6015 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.27% का फायदा पहुँचा। हेल्थकेयर और बैंकिंग दोनों में 1.88% व 1.88%, कैपिटल गुड्स में 1.86%, पावर में 1.57%, आईटी में 1.51%, तेल-गैस में 1.40% और टीईसीके में 1.33% की मजबूती रही। पीएसयू में 0.82%, धातु में 0.78%, ऑटो में 0.55% और एफएमसीजी में 0.41% की बढ़त रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.36% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 09 अक्टूबर 2013)
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