उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक हल्की बढ़त के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा। रुपया 62 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार कर चला गया है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 24 अंक यानी 0.12% की हल्की बढ़त के साथ 20,273 पर बंद हुआ। निफ्टी 13 अंक यानी 0.22% की बढ़त के साथ 6021 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.39% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.59% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.70% की मजबूती रही। आज के कारोबार में ऑटो और धातु क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 6000 के स्तर के ऊपर खुला। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार होता रहा। रुपये में कमजोरी बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। सेंसेक्स 20,136 और निफ्टी 5980 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि मजबूत यूरोपीय संकेतों की वजह से घरेलू बाजार को सहारा मिला। इस दौरान बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। सेंसेक्स 20,324 और निफ्टी 6034 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। निफ्टी भी दोबारा 6000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। निफ्टी 6000 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार सँभल कर हरे निशान पर लौट आया। निफ्टी भी 6000 के स्तर के ऊपर बने रहने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.94% की मजबूती रही। धातु में 0.49%, आईटी में 0.44%, हेल्थकेयर में 0.36%, पीएसयू में 0.33%, पावर में 0.31%, रियल्टी में 0.30%, टीईसीके में 0.29%, कैपिटल गुड्स में 0.18% की बढ़त रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.05% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, बैंकिंग में 0.39% और तेल-गैस में 0.09% की कमजोरी रही। एफएमसीजी में 0.01% की मामूली कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 10 अक्टूबर 2013)
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