कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
कर्ज महँगा होने की संभावना बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 60 अंक यानी 0.29% की गिरावट के साथ 20,548 पर बंद हुआ। निफ्टी 24 अंक यानी 0.39% गिर कर 6089 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.24% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.30% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.95% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 20,760 और निफ्टी 6156 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन बाजार ज्यादा देर तक इस बढ़त को बरकरार नहीं रख पाया और लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6100 के स्तर से नीचे चला गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। सेंसेक्स 20,447 और निफ्टी 6057 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि, मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार की गिरावट में कमी आती चली गयी। दोपहर के कारोबार में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। निफ्टी भी 6100 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसला। निफ्टी 6100 के स्तर से नीचे रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.59% का घाटा हुआ। रियल्टी में 1.60%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.20% की गिरावट रही। पीएसयू में 0.95%, कैपिटल गुड्स में 0.75%, पावर में 0.70%, ऑटो में 0.60%, हेल्थकेयर में 0.48%, तेल-गैस में 0.39% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, धातु में 0.91% की मजबूती रही। आईटी में 0.261%, टीईसीके में 0.59% और एफएमसीजी में 0.17% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 15 अक्टूबर 2013)
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