कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सुस्ती के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6200 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 29 अंक यानी 0.14% की हल्की कमजोरी के साथ 20,865 पर बंद हुआ। निफ्टी 2 अंक यानी 0.03% की मामूली कमजोरी के साथ 6203 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.44% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.70% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.04% की मजबूती रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटो क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे खुला। हालाँकि जल्द ही बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान बाजार में मजबूती बढ़ी। निफ्टी 6200 के स्तर को पार कर गया। सेंसेक्स 20,949 और निफ्टी 6220 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। निफ्टी 6200 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। सेंसेक्स 20,810 और निफ्टी 6182 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन बाजार जल्दी ही बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसला। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार में गिरावट बढ़ी। हालाँकि निफ्टी 6200 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद सपाट बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा 0.87% की गिरावट रही। ऑटो में 0.56%, तेल-गैस में 0.28%, रियल्टी में 0.22% और एफएमसीजी में 0.08% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, पावर में 1.74% की मजबूती रही। कैपिटल गुड्स में 1.10%, पीएसयू में 0.73%, आईटी में 0.50%, टीईसीके में 0.40%, बैंकिंग में 0.19%, हेल्थकेयर में 0.17% और धातु में 0.11% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 22 अक्टूबर 2013)
Add comment