कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6200 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 97 अंक यानी 0.47% की गिरावट के साथ 20,768 पर बंद हुआ। निफ्टी 24 अंक यानी 0.39% गिर कर 6178 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.16% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.03% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.26% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में रियल्टी और पावर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई।शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 20,922 और निफ्टी 6218 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन जल्द ही बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार शुरू हो गया। इस दौरान बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। हालाँकि इसके बाद बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी, लेकिन कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी गहराती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 20,590 और निफ्टी 6117 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार की गिरावट में कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.46% का घाटा हुआ। पावर में 1.28%, आईटी में 0.93%, टीईसीके में 0.88%, तेल-गैस में 0.87%, हेल्थकेयर में 0.77%, ऑटो में 0.73% और धातु में 0.45% की गिरावट रही। पीएसयू में 0.07% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 0.58% की मजबूती रही। बैंकिंग में 0.56%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.41% और एफएमसीजी में 0.14% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 23 अक्टूबर 2013)
Add comment