कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
सेंसेक्स (Sensex) 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 6300 के स्तर से नीचे रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 265 अंक यानी 1.25% की गिरावट के साथ 20,975 पर बंद हुआ। निफ्टी 64 अंक यानी 1.02% गिर कर 6253 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.60% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.89% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.54% की बढ़त रही। आज के कारोबार में एफएमसीजी और हेल्थकेयर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। निफ्टी 6300 के स्तर से नीचे खुला। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार मे गिरावट बढ़ी। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट में कमी आयी। निफ्टी 6300 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 21,159 और निफ्टी 6305 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन बाजार जल्द ही अपने ऊपरी स्तरों से नीचे फिसला। निफ्टी 6300 के स्तर से नीचे चला गया। यूरोपीय बाजारों में गिरावट गहराने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार में गिरावट गहरायी। सेंसेक्स 21,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,952 और निफ्टी 6244 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज एफएमसीजी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.53% का घाटा हुआ। हेल्थकेयर में 1.55%, आईटी में 1.28%, टीईसीके में 1.25% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.03% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.92%, कैपिटल गुड्स में 0.76%, तेल-गैस में 0.38% और ऑटो में 0.29% की कमजोरी रही। धातु में 0.01% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, रियल्टी में 0.27% और पीएसयू में 0.15% की बढ़त रही। पावर बिना किसी बदलाव के सपाट रहा। (शेयर मंथन, 05 नवंबर 2013)
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