कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
आज के कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर खुला, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 80 अंक यानी 0.38% की गिरावट के साथ 20,895 पर बंद हुआ। निफ्टी 38 अंक यानी 0.61% गिर कर 6215 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.08% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.17% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.76% की बढ़त रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की मजबूती के साथ हुई। सेंसेक्स 21,000 के स्तर के ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 21,1045 और निफ्टी 6270 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन जल्द ही बाजार अपनी बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। सेंसेक्स 21,000 के स्तर से नीचे चला गया। हालाँकि इसके बाद सेंसेक्स इस स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। बाजार में भी उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार जारी रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा और बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार हरे निशान को लगभग छू गया, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे लुढ़का। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार में गिरावट गहरायी। इस दौरान सेंसेक्स 20,861 और निफ्टी 6209 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.19% का घाटा हुआ। बैंकिंग में 1.87%, रियल्टी में 1.80%, धातु में 1.31% की गिरावट रही। तेल-गैस में 0.87%, एफएमसीजी में 0.69%, ऑटो में 0.64%, कैपिटल गुड्स में 0.54% और पीएसयू में 0.40% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 1.39% की मजबूती रही। पावर में 1.23%, टीईसीके में 1.00% और हेल्थकेयर में 0.86% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 06 नवंबर 2013)
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