मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेजी के साथ बंद हुए।
ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए अमेरिका के साथ समझौता किया है। इस वजह से कच्चे तेल के भाव में गिरावट दर्ज की गयी है। कच्चे तेल में गिरावट से भारत के करंट अकाउंट घाटा (CAD) कम होने की उम्मीद बढ़ी है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में मजबूती बढ़ने से घरेलू बाजार को बल मिला ।
निफ्टी (Nifty) 6100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 388 अंक यानी 1.92% की मजबूती के साथ 20,605 पर बंद हुआ। निफ्टी 120 अंक यानी 2.00% चढ़ कर 6115 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.54% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.13% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.97% की बढ़त रही। आज के कारोबार में कैपिटल गुड्स और बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 6000 के स्तर से ऊपर खुला। शुरुआती कारोबार में ही बाजार की मजबूती बढ़ी। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार को फायदा पहुँचा। दोपहर के कारोबार में बाजार चढ़ता चला गया। निफ्टी 6100 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार का जोश बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 20,626 और निफ्टी 6123 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा 3.82% का फायदा पहुँचा। बैंकिंग में 3.63%, रियल्टी में 2.28%, पीएसयू में 2.26%, एफएमसीजी में 2.10%, ऑटो में 2.05%, पावर में 1.79%, तेल-गैस में 1.73% और धातु में 1.05% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.70%, हेल्थकेयर में 0.44% और टीईसीके में 0.07% की बढ़त रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.05% की मामूली कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 25 नवंबर 2013)
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