कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच लगातार तीसरे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा जल्द ही टैपरिंग शुरू किये जाने की संभावना के चलते घरेलू बाजार दबाव बना। सेंसेक्स (Sensex) 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। निफ्टी (Nifty) 6300 के स्तर के नीचे चला गया।
सेंसेक्स 246 अंक यानी 1.16% की गिरावट के साथ 20,926 पर रहा। निफ्टी 71 अंक यानी 1.12% गिर कर 6237 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.57% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.21% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.32% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में ऑटो और बैंक क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। बाजार खुलते ही निफ्टी 6300 के स्तर से नीचे फिसल गया। कारोबार के शुरुआती मिनटों में बाजार की गिरावट में इजाफा हुआ। फिर बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। यूरोपीय शेयर बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों की वजह से बाजार में गिरावट कायम रही। हालाँकि बाजार में एक छोटे दायरे में रहा। लेकिन कारोबार के अंतिम घंटों में बाजार की गिरावट बढ़ गयी। सेंसेक्स 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया। कारोबार के अंतिम मिनटों में सेंसेक्स 20,901 और निफ्टी 6237 तक फिसल गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में निचले स्तरों के आसपास बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र में सबसे ज्यादा 2.20% की गिरावट रही। बैंकिंग में 1.42%, धातु में 1.37%, तेल-गैस में 1.30%, कैपिटल गुड्स में 1.02%, हेल्थकेयर में 0.88%, टीईसीके में 0.75%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.73%, आईटी में 0.72%, एफएमसीजी में 0.66%, पावर में 0.32% और रियल्टी में 0.32% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2013)
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