![](/plugins/content/valaddthis/valaddthis/images/addthis-long.gif)
दवा की नामी कंपनी सिप्ला के लिए बुरी खबर है। अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यूएसएफडीए (USFDA) ने कंपनी की गोवा इकाई को जांच के बाद आपत्ति जारी की है। कंपनी की गोवा इकाई को 6 आपत्तियां जारी की गई है।
21 जून को एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक यूएसएफडीए ने गोवा इकाई की जांच की थी। यह जांच 10 जून से 21 जून के दौरान की गई थी। यूएसएफडीए ने जांच के बाद कंपनी की गोवा इकाई को 6 आपत्तियां जारी की है। आपत्ति के साथ फॉर्म 483 भी जारी किया गया है। सिप्ला ने शेयरधारकों को भरोसा दिया है कि वह यूएसएफडीए के साथ मिल कर काम कर रही है और जल्द ही आपत्तियों को दूर कर लेगी। इन आपत्तियों को रेगुलेटर की ओर से तय किए गए समय सीमा के अंदर दूर किया जाएगा। फॉर्म 483 रेगुलेटरी प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। यह रेगुलेटर की ओर से जारी
की गई आपत्तियों की सूची होती है। आपत्ति जारी करने के बाद यूएसएफडीए के इंस्पेक्टर सप्लायर को आपत्तियों के बारे में जानकारी देते हैं। हालाकि आपको बता दें कि इकाई के गुड मैन्युफैक्चरिंग कंप्लायंस को लेकर यूएसएफडीए से यह अंतिम फैसला नहीं होता है। फॉर्म 483 के जारी होने के बाद कंपनी को 15 दिनों का समय दिया जाता है। इस दौरान वह जारी आपत्तियों को दूर कर यूएसएफडीए को सौंपती है। सिप्ला का शेयर 2.41% गिर कर 1504.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
Add comment