आयकर को लेकर बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने महत्वपूर्ण घोषणा की है।
आयकर दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि छूट की सीमा पहले की तरह 2.50 रुपये ही रहेगी। जेटली ने कहा कि आयकर देने वालों की संख्या बढ़ी। नोटबंदी से करीब 1,000 करोड़ रुपये ज्यादा टैक्स आया और इसके बाद करीब 85.51 लाख नये करदाता बढ़े।
- आयकर भंडार 90 हजार करोड़ रुपये बढ़ा
- 15 जनवरी, 2018 तक प्रत्यक्ष कर संग्रहण में 18.7% की वृद्धि
- 250 करोड़ रुपये तक टर्नओवर वाली कंपनियों को 25% कॉरपोरेट टैक्स देना होगा, जो पहले 50 करोड़ रुपये तक टर्नओवर वाली कंपनियों को देना था
- लंबी अवधि पूँजी लाभ अब 10% होगा
- आयकर पर सेस 3% से बढ़ा कर 4% किया गया
- शेयरधारकों को अधिक कर देना होगा
- मोबाइल फोन और टीवी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ी
- वित्तीय घाटा कम हुआ, इस साल 5.95 करोड़ रहा
- इस साल प्रत्य़क्ष कर 12.6% बढ़ा
- आयकर दाताओं की संख्या 2014-15 में 6.47 करोड़ से बढ़ कर 2016-17 में 8.27 करोड़ पहुँच गयी। (शेयर मंथन, 01 फरवरी 2018)
- 15 जनवरी, 2018 तक प्रत्यक्ष कर संग्रहण में 18.7% की वृद्धि
- 250 करोड़ रुपये तक टर्नओवर वाली कंपनियों को 25% कॉरपोरेट टैक्स देना होगा, जो पहले 50 करोड़ रुपये तक टर्नओवर वाली कंपनियों को देना था
- लंबी अवधि पूँजी लाभ अब 10% होगा
- आयकर पर सेस 3% से बढ़ा कर 4% किया गया
- शेयरधारकों को अधिक कर देना होगा
- मोबाइल फोन और टीवी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ी
- वित्तीय घाटा कम हुआ, इस साल 5.95 करोड़ रहा
- इस साल प्रत्य़क्ष कर 12.6% बढ़ा
- आयकर दाताओं की संख्या 2014-15 में 6.47 करोड़ से बढ़ कर 2016-17 में 8.27 करोड़ पहुँच गयी। (शेयर मंथन, 01 फरवरी 2018)