भारत का वस्तु निर्यात अक्टूबर में 17.25% की बढ़त के साथ सालाना आधार पर 39.2 अरब डॉलर पर पहुँच गया। यह दो साल में अक्टूबर में हुई सर्वाधिक वृद्धि है। इस अवधि में देश में होना वाला आयात 3.9% बढ़ कर 66.34 अरब डॉलर हो गया। हालाँकि अक्टूबर में देश के व्यापार घाटे में भी इजाफा देखने को मिला और ये 27.14 अरब डॉलर रिकॉर्ड किया गया।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा, ‘निर्यात के नजरिये से अक्टूबर बहुत अच्छा महीना साबित हुआ है। अगर हम इसी तरह से बढ़ते रहे, तो इस वित्त वर्ष के अंत तक 800 अरब डॉलर के निर्यात (वस्तु और सेवाएँ मिलाकर) का आँकड़ा पार कर लेंगे।’
बर्थवाल ने कहा कि मजबूत निर्यात प्रदर्शन का श्रेय सरकार के छह प्रमुख क्षेत्रों- इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स, रसायन, प्लास्टिक और कृषि- और 20 प्रमुख देशों पर ध्यान केंद्रित करने को जाता है। बर्थवाल के मुताबिक, इन 20 देशों का कुल वैश्विक आयात में 60% योगदान है और इन छह क्षेत्रों की वैश्विक आयात में 67% हिस्सेदारी है।
हालाँकि, एफआईईओ के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने आगाह किया कि छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए व्यापार वित्त से जुड़ी चुनौतियाँ एक अहम मसला हैं, जो वैश्विक बाजारों में उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रभावित करती हैं।
आईसीआरए की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि अक्टूबर 2024 के लिए वस्तु व्यापार आँकड़ों में अलग-अलग रुझान देखने को मिले हैं, जिसमें क्रमिक रूप से व्यापार घाटे में तेज वृद्धि हुई है।
(शेयर मंथन, 15 नवंबर 2024)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)