सिंगापुर टेलीकम्यूकेशंस भारती एयरटेल में 3.3% हिस्सा बेचेगी। कंपनी 3.3% हिस्सा 12,895 करोड़ रुपये में भारती टेलीकॉम को बेचेगी।
आपको बता दें कि भारती टेलीकॉम देश की दूसरी सबसे बड़ी वायरलेस ऑपरेटर कंपनी है। यह कदम दोनों प्रोमोटर्स यानी सिंगटेल और भारती एंटरप्राइजेज के हिस्सेदारी को बराबर करने के मकसद से की गई है। इस हिस्सा बिक्री प्रक्रिया पूरी होने के बाद मित्तल फैमिली के मालिकाना हक वाली कंपनी भारती एंटरप्राइजेज की भारती एयरटेल में हिस्सा बढ़कर 23.88% से बढ़कर 25.56% हो जाएगी, जबकि सीधे तौर पर हिस्सेदारी 6% पर ही बनी रहेगी। सिंगटेल ने पहली बार 2000 में भारती एयरटेल में निवेश किया था। सिंगटेल भारती एयरटेल में अपनी हिस्से 31.4% से घटाकर 29.7% करेगी। यह हिस्सेदारी सिंगटेल की सब्सिडियरी की ओर से घटाई जाएगी। फिलहाल सिंगटेल अपने सब्सिडियरी पेस्टेल और वीरिडियन लिमिटेड के जरिए सीधे तौर पर 13.9% और 49.4% हिस्सा अप्रत्यक्ष तौर पर भारती टेलीकॉम में है। भारती टेलीकॉम का एयरटेल में 35.4% हिस्सा है। भारती एंटरप्राइजेज का भारती टेलीकॉम में 50.56% हिस्सा है। सिंगटेल के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर आर्थर लैंग ने कहा कि, कंपनी लंबी अवधि के रणनीतिक निवेशक और साझीदार के तौर पर काम कर रही है। पिछले कुछ सालों में क्षेत्रीय सहयोगियों में हमारी हिस्सेदारी बढ़ी है। हालाकि इसका असर शेयर की कीमत पर उतना अच्छा देखने को नहीं मिला है। सिंगटेल की हिस्सा बिक्री के बाद बची हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 2200 करोड़ सिंगापुर डॉलर होगी। हिस्सा बिक्री के बाद एयरटेल में भारती टेलीकॉम की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा बनी रहेगी। भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि सिंगटेल के साथ मिलकर प्रभावी हिस्सेदारी को लेकर काम करते रहेंगे। भारती एंटरप्राइजेज ने हिस्सा खरीद के लिए फंड जुटाने के माध्यम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। आपको बता दें कि हाल ही में गूगल ने भी 1.28% हिस्से के लिए कंपनी में 100 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। इसमें से 30 करोड़ डॉलर का इस्तेमाल अगले 5 सालों में कई व्यावसायिक समझौते के लिए किया जाएगा।
(शेयर मंथन 26 अगस्त, 2022)