गुरुवार को बाजार में लगातार दूसरे कारोबारी सप्ताह में कमजोरी देखने को मिली।
बैंक, एफएमसीजी और ऑटो शेयरों ने बाजार पर दबाव डाला, जबकि फार्मा, मेटल और इन्फ्रा में खरीदारी देखने को मिली। जानकारों का मानना है कि कमजोर वैश्विक रुझानों की वजह से बाजार नीचे गिरा है। इसके पीछे ब्रिटेन में चल रही उठापटक और अमेरिका-चीन व्यापार तनाव मुख्य कारण बताये जा रहे हैं।
बुधवार को सरकार की ओर से एफडीआई नियमों में ढील देने, चीनी निर्यात के लिए सब्सिडी और 75 नये मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा से आज बाजार में तेजी रहने का अनुमान लगाया गया था।
बीएसई सेंसेक्स (BSE SENSEX) 37,451.84 अंकों के पिछले बंद स्तर की तुलना में आज सुबह कमजोरी के साथ 37,381.80 पर खुला, जो कारोबार के दौरान इसका ऊपरी स्तर भी रहा, यानी आज पूरे सत्र में सेंसेक्स लाल निशान में नहीं आ सका। सत्र के दौरान सेंसेक्स 36,987.35 के निचले स्तर तक फिसला और अंत में 382.91 अंकों या 1.02% की गिरावट के साथ 37,068.93 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई (NSE) का निफ्टी (Nifty) 11,046.10 के पिछले बंद स्तर की तुलना में 10,996.05 पर खुल कर 97.80 अंक या 0.80% की गिरावट के साथ 10,948.30 पर बंद हुआ। आज निफ्टी का निचला स्तर 10,922.40 पर रहा।
निफ्टी के प्रमुख 50 शेयरों में से 21 शेयरों में मजबूती और 29 शेयरों में कमजोरी आयी। वहीं बीएसई के 31 प्रमुख शेयरों में 09 शेयरों में बढ़ोतरी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी।
आज के कारोबार में सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में से सन फार्मा में 5.31%, वेदांत में 2.72%, एनटीपीसी में 2.63%, ओएनजीसी में 1.86%, एशियन पेंट्स में 0.62% और इन्फोसिस में 0.59% की बढ़त आयी। गिरने वाले शेयरों में से यस बैंक में 3.61%, एसबीआई में 3.60%, एचडीएफसी में 2.69%, ऐक्सिस बैंक में 2.53%, कोटक महिंद्रा बैंक में 2.24% और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 2.17% की कमजोरी दर्ज की गयी।
आज बीएसई के कुल शेयरों में से 898 शेयरों में मजबूती के मुकाबले 1,583 शेयरों में कमजोरी आयी, जबकि 158 शेयर सपाट रहे।
प्रमुख सूचकांकों के साथ ही छोटे-मँझोले बाजारों में भी गिरावट दर्ज की गयी। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.17% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE SmallCap) में 0.62% की कमजोरी दर्ज की गयी। वहीं निफ्टी मिडकैप 100 (Nifty Midcap 100) में 0.36% और निफ्टी स्मॉल 100 में (Nifty Small 100) में 0.87% की गिरावट देखने को मिली। (शेयर मंथन, 29 अगस्त 2019)
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