भारत में 2024 में घर खरीदने वालों की मजबूत माँग और संपत्ति की बढ़ती कीमतों के साथ आम और राज्य चुनावों ने आवासीय विकास की गति को प्रभावित किया है। संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस साल देश के शीर्ष 7 शहरों में आवास बिक्री में 4% की गिरावट आयी है। अर्थात 2024 में 4,59,650 इकाइयों की बिक्री हुई है, जबकि 2023 में यह संख्या 4,76,530 इकाइयों की थी।
हालाँकि इस अवधि में आवास इकाइयों के समग्र बिक्री मूल्य में 16% वार्षिक वृद्धि देखी गयी। 2023 में यह लगभग 4.88 लाख करोड़ रुपये से 2024 में बढ़कर लगभग 5.68 लाख करोड़ रुपये हो गया।
मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र (एमएमआर) में 2024 में सबसे ज्यादा 1% की सालाना वृद्धि देखी गयी और यहाँ 1,55,355 इकाइयों की बिक्री हुई। इसके बाद पुणे में 81,090 इकाइयों की बिक्री हुई। दोनों पश्चिमी बाजार मिलकर 2024 में आवासीय बिक्री में सबसे आगे रहे।
शीर्ष 7 शहरों में नयी परियोजना लॉन्च में 7% की सालाना गिरावट आयी। यह 2023 में 4,45,770 इकाई से घटकर 2024 में 4,12,520 इकाई रह गया। एमएमआर और बेंगलूरू में सबसे ज्यादा नये लॉन्च हुए, जो इस साल नयी आपूर्ति का लगभग 50% रहा।
एनारॉक के अध्यक्ष अनुज पुरी ने कहा, ‘भारत के आवासीय क्षेत्र के लिए 2024 मिश्रित नतीजे वाला रहा। आम चुनाव और विधानसभा चुनाव के ठंडे प्रभाव के अलावा परियोजनाओं की स्वीकृति में भी धीमापन आया, जिससे नये आवास की आपूर्ति अनिवार्य रूप से प्रभावित हुई। 2023 की तुलना में जहाँ मामूली गिरावट आयी, वहीं इसे औसत मूल्य वृद्धि और इकाइयों के आकार में बढ़ोत्तरी के कारण कुल बिक्री मूल्य 16% वृद्धि से समर्थन मिला।’
पुरी के मुताबिक 2023 की तुलना में 2024 में शीर्ष 7 शहरों में औसत कीमत में 21% की वृद्धि हुई। हालाँकि में इतनी तेज बढ़त से बराबरी की संभावना नहीं है। आने वाले साल में औसत आवासीय मूल्य स्थिर होंगे, लेकिन बढ़ी हुई इनपुट लागत और उच्च माँग के बीच स्थिर वृद्धि होगी।
2025 में सुचिबद्ध डेवलपर्स, जिनके पास सार्थक स्टॉक है पर्याप्त नयी आपूर्ति से जान फूँकेंगे। चुनाव और परियोजनाओं के अनुमोदन की धीमी प्रक्रिया ने 2024 में कतार में मौजूद नयी आपूर्ति को नुकसान पहुँचाया।
बजट श्रेणियों में लक्जरी आवास की माँग और नयी आपूर्ति 2024 में तेजी से बढ़ी, क्योंकि आवास खरीदारों ने महामारी के बाद ब्रांडेड डेवलपरों द्वारा बड़े और बेहतर घरों की माँग के चलन को जारी रखा। शीर्ष 7 शहरों में नयी लक्जरी आपूर्ति में 2023 की तुलना में 2024 में 24% की वृद्धि हुई। ऐसे कोई कारण नहीं दिखते, जिससे 2025 में लक्जरी आवास की माँग में कमी आये।
2024 में शीर्ष 7 शहरों में से एमएमआर, पुणे, बेंगलूरू, हैदराबाद और एनसीआर में ही कुल बिक्री का 92% हिस्सा रहा।
- 2024 में लगभग 1,55,335 इकाइयों की बिक्री के साथ एमएमआर में सबसे अधिक बिक्री देखी गई, 2023 की तुलना में वार्षिक वृद्धि मात्र 1% थी।
- बेंगलूरू में भी 2024 में आवास बिक्री में 2% की मामूली सालान बढ़त देखी गयी। इस दौरान लगभग 65,230 इकाइयाँ बेची गयीं।
- पुणे में 2024 में 81,090 इकाइयाँ बिकीं। इसमें 2023 के मुकाबले 6% की कमी आयी।
- 2024 में एनसीआर में तकरीबन 61,900 इकाइयों की बिक्री रिकॉर्ड की गयी। इसमें पिछले एक साल में 6% की कमी आयी।
- हैदराबाद में 2024 में 58540 इकाइयाँ बिकीं, इसमें 2023 के मुकाबले 5% की कमी आयी।
- कोलकाता में 2024 में लगभग 18335 इकायों की बिक्री रिकॉर्ड की गयी, यह भी पिछले साल से 20% कम थी।
- चेन्नई में 2024 में 19220 इकाइयों की बिक्री हुई, इसमें 2023 से 11% सालाना कमी देखी गयी।
(शेयर मंथन, 26 दिसंबर 2024)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)