सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
अमेरिकी नॉन फॉर्म पेरोल के आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। आज सोने की कीमतों में मामूली बदलाव हुआ है, जबकि निवेशक यह अनुमान लगा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व आगे भी ब्याज दरों में कटौती करेगा या नहीं। चीन-अमेरिका के बीच व्यापार करार होने में अनिश्चितता के कारण सुरक्षित निवेश के लिए माँग में बढ़ोतरी होने से सोने की कीमतें दूसरी साप्ताहिक बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहीं। अमेरिकी केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि इस वर्ष तीसरी बार ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की है, लेकिन यह भी संकेत किया कि जब तक अर्थव्यवस्था बुरे दौर से नहीं गुजरती है तब तक ब्याज दरों में अब कोई कटौती नहीं की जायेगी।
एमसीएक्स में सोने की कीमतें 38,250 रुपये पर सहारे के साथ 38,800 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। जबकि चांदी की कीमतें 46,450 रुपये पर सहारा के साथ 47,000 रुपये पर पहुँच सकती है। चिली द्वारा 16-17 नवंबर को होने वाली एपेक फोरम की बैठक को रद्द कर दिये जाने से चीन-अमेरिका के बीच व्यापार करार पर हस्ताक्षर की योजना बाधित हो गयी है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रप ने कहा है कि दोनों देश पहले चरण के करार पर हस्ताक्षर के लिए शीघ्र ही किसी नये स्थान की घोषणा करेंगे। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2019)
Add comment