बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध को लेकर हो रही वार्ता के कारण निवेशक फिलहाल सतर्क हैं। तांबे की कीमतों में 412 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 405 रुपये तक गिरावट हो सकती है। डॉलर के मजबूत होने के कारण आज लंदन में तांबे की कीमतों में गिरावट हुई है, जबकि निवेशक चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध को लेकर हो रही वार्ता के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। चिली की सरकारी कंपनी कोचिल्को ने कहा है कि चिली में अगले 10 वर्षों में तांबे के उत्पादन में लगभग 30% की बढ़ोतरी हो सकती है। कोचिल्को का अनुमान है कि 2,025 रुपये तक चिली में तांबे का उत्पादन रिकॉर्ड 7.25 मिलियन टन तक हो सकता है।
इस बीच जिंक की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 173 रुपये के स्तर पर सहारा और 178 रुपये के स्तर पर रुकावट, लेड की कीमतों को 134 रुपये के स्तर पर सहारा और 138 रुपये के स्तर पर अड़चन, निकल की कीमतों में 790 रुपये तक वापसी हो सकती है। वहीं एल्युमीनियम की कीमतों में 129 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 131.50 रुपये तक रिकवरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2019)