विकास दर (GDP) के आँकड़े की खबर के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। निफ्टी (Nifty) भी 6000 के स्तर से नीचे चला गया। मार्च 2012 के बाद आज बाजार में यह सबसे बड़ी गिरावट रही।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 455 अंक यानी 2.25% की कमजोरी के साथ 19,760 पर बंद हुआ। निफ्टी 138 अंक यानी 2.26% की गिरावट के साथ 5986 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.02% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.33% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.56% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और तेल-गैस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बाजार खुलते ही निफ्टी 6100 के स्तर के नीचे चला गया। हालाँकि कारोबार के शुरुआती मिनटों में निफ्टी 6100 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसल गया। कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार की गिरावट बढ़ गयी। इस दौरान सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। विकास दर की खबर के बाजार पर दबाव बढ़ा। जनवरी-मार्च 2013 तिमाही में भारत की जीडीपी दर घट कर 4.8% रह गयी है, जो कि जनवरी-मार्च 2012 तिमाही में 5.1% दर्ज हुई थी। वहीं, कारोबारी साल 2013 में भारत की जीडीपी दर घट कर 5% हो गयी है, जो कि पिछले दस वर्षों में सबसे कम है। कारोबारी साल 2012 में भारत की जीडीपी दर 6.2% रही थी। यूरोपीय बाजारों के कमजोरी पर खुलने से घरेलू बाजार की गिरावट और बढ़ गयी। कारोबार के आखिरी घंटों में निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 19,731 और निफ्टी 5976 तक नीचे चला गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी को सबसे ज्यादा 3.38% का घाटा हुआ। तेल-गैस में 2.71%, बैंकिंग में 2.46%, एफएमसीजी में 2.21%, पीएसयू में 2.15%, पावर में 1.89%, धातु में 1.88%, ऑटो में 1.78%, कैपिटल गुड्स में 1.73% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.28% की गिरावट रही। हेल्थकेयर में 0.93% और टीईसीके में 0.28% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.87% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 31 मई 2013)
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