कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में बढ़ती कमजोरी की वजह से आज भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
शुरुआती कारोबार में निफ्टी (Nifty) 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे चला गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 150 अंक यानी 0.76% की गिरावट के साथ 19,610 पर बंद हुआ। निफ्टी 47 अंक यानी 0.78% की गिरावट के साथ 5939 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.09% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.26% की बढ़त और बीएसई स्मॉलकैप में 0.12% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में तेल-गैस और पावर क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही निफ्टी 6000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,860 और निफ्टी 6011 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन जल्द ही बाजार अपने ऊपरी स्तरों से फिसल कर लाल निशान पर चला गया। निफ्टी भी 6000 के स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में गिरावट बढ़ी। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 19,542 और निफ्टी 5916 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार अपने निचले स्तरों से सँभलने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज तेल-गैस क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.84% का घाटा हुआ। पावर में 1.02% की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स-कैपिटल गुड्स दोनों में 0.99% और 0.99%, ऑटो में 0.84%, पीएसयू में 0.66%, बैंकिंग में 0.55%, हेल्थकेयर में 0.39% और एफएमसीजी में 0.35% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, टीईसीके में 1.11% और आईटी में 1.01% की मजबूती रही। धातु में 0.38% और रियल्टी में 0.33% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 03 जून 2013)
Add comment