भारतीय रुपये में भारी गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5800 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा। कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भी बाजार में गिरावट रही।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 298 अंक यानी 1.53% की गिरावट के साथ 19,143 पर बंद हुआ। निफ्टी 89 अंक यानी 1.52% की गिरावट के साथ 5789 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.86% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.60% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.82% की गिरावट रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और धातु क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में ही बाजार की गिरावट बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों से भी घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी 5800 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 19,121 और निफ्टी 5780 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि निफ्टी जल्द ही 5800 के स्तर से ऊपर आ गया। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। निफ्टी 5800 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। हालाँकि दोपहर बाद के कारोबार में बाजार अपने निचले स्तरों से सँभला, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार में फिर से गिरावट बढ़ी। निफ्टी दोबारा 5800 के स्तर से नीचे चला गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में तीखी गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र को सबसे ज्यादा 6.36% का घाटा हुआ। धातु में 4.13%, रियल्टी में 3.68%, बैंकिंग में 2.24%, पावर में 2.07%, पीएसयू में 2.04%, तेल-गैस में 1.47% और ऑटो में 1.25% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.98%, आईटी-एफएमसीजी दोनों में 0.66% और 0.66%, कैपिटल गुड्स में 0.60% और हेल्थकेयर में 0.59% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 11 जून 2013)
Add comment