कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और भारतीय रुपये में भारी गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 19,000 के मनोवैज्ञानिक के स्तर से नीचे बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 5700 के स्तर से नीचे फिसला। 18 अप्रैल 2013 के बाद निफ्टी पहली बार 5700 के स्तर से नीचे रहा है।
हालाँकि, वित्त मंत्री पी चिदबंरम (P Chidambaram) ने देश की अर्थव्यवस्था के लिए इस महीने कुछ अहम फैसले लिये जाने का आश्वासन दिया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 214 अंक यानी 1.12% की गिरावट के साथ 18,827 पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 61 अंक यानी 1.06% की गिरावट के साथ 5699 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.91% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.37% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.06% की गिरावट रही। आज के कारोबार में ऑटो और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स 19,000 के स्तर से नीचे खुला। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार की गिरावट बढ़ी। हालाँकि कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी, लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार लुढ़कता चला गया। निफ्टी 5700 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,766 और निफ्टी 5683 दिन के निचले स्तरं तक लुढ़क गये। यूरोपीय बाजारों के कमजोरी पर खुलने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार करता रहा। निफ्टी भी 5700 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार अपने निचले स्तरों से थोड़ा सँभला। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में बाजार में गिरावट बढ़ी। निफ्टी दोबारा 5700 के स्तर से नीचे चला गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.33% का घाटा हुआ। रियल्टी में 2.30%, पावर-हेल्थकेयर दोनों में 1.81% और 1.81%, पीएसयू में 1.71%, आईटी में 1.66%, एफएमसीजी में 1.29%, बैंकिंग में 1.19%, धातु में 1.15% और टीईसीके में 1.05% की गिरावट रही। कैपिटल गुड्स में 0.91% और तेल-गैस में 0.69% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.55% की मजबूती रही। (शेयर मंथन, 13 जून 2013)
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