आरबीआई (RBI) के निराशाजनक फैसले के बावजूद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज मजबूती के साथ बंद हुए।
मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से बाजार को फायदा पहुँचा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 148 अंक यानी 0.77% की मजबूती के साथ 19,326 पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 42 अंक यानी 0.72% की बढ़त के साथ 5850 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.64% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.33% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.39% की बढ़त रही। आज के कारोबार में ऑटो और कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मजबूत एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की मजबूती के साथ हुई, लेकिन कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। निफ्टी 5800 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव न किये जाने से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 19,085 और निफ्टी 5770 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आरबीआई ने रेपो दर (Repo Rate) को 7.25% पर और रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) को 6.25% पर बरकरार रखा है। नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी कोई बदलाव न करते हुए इसे 4% पर कायम रखा गया है। हालाँकि यूरोपीय बाजारों के मजबूती पर खुलने से घरेलू बाजार को फायदा पहुँचा और यह हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। निफ्टी 5800 के स्तर को पार कर गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार की तेजी बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 19,344 और निफ्टी 5855 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.90% का फायदा पहुँचा। कैपिटल गुड्स में 1.15%, टीईसीके में 1.09% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.02% की मजबूती रही। आईटी में 0.76%, तेल-गैस में 0.64%, एफएमसीजी में 0.55%, हेल्थकेयर में 0.50%, पावर में 0.45%, बैंकिंग में 0.43%, पीएसयू में 0.12% की बढ़त रही। रियल्टी में 0.03% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, धातु में 0.13% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 17 जून 2013)
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