कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में बढ़ती गिरावट से बाजार पर दबाव बढ़ा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 103 अंक यानी 0.53% की गिरावट के साथ 19,223 पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 36 अंक यानी 0.62% की गिरावट के साथ 5814 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.54% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.03% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.25% की बढ़त रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। यूरोपीय बाजारों से स्पष्ट संकेत न मिलने की वजह से घरेलू बाजार में गिरावट बढ़ी। दोपहर के कारोबार में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,384 और निफ्टी 5863 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन जल्द ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में गिरावट बढती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 19,191 और निफ्टी 5804 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.20% का घाटा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.09% की गिरावट रही। पीएसयू में 0.91%, कैपिटल गुड्स में 0.86%, पावर में 0.64%, तेल-गैस में 0.57%, एफएमसीजी में 0.31%, ऑटो में 0.23% और रियल्टी में 0.15% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, धातु में 0.75% की मजबूती रही। टीईसीके में 0.67% और आईटी में 0.57% की बढ़त रही। हेल्थकेयर में 0.05% की मामूली बढ़त रही। (शेयर मंथन, 18 जून 2013)
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