खराब अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5600 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ। 16 अप्रैल 2013 के बाद निफ्टी पहली बार इस स्तर से नीचे रहा है।
चीन के शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से भी बाजार में गिरावट रही।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 233 अंक यानी 1.24% की गिरावट के साथ 18,541 पर बंद हुआ। निफ्टी 77 अंक यानी 1.37% की गिरावट के साथ 5590 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.63% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.56% और बीएसई स्मॉलकैप में 2.16% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। यूरोपीय बाजारों के कमजोरी पर खुलने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। निफ्टी 5600 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,467 और निफ्टी 5566 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निचले स्तरों से सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.79% का घाटा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 3.38%, कैपिटल गुड्स में 2.91%, पीएसयू में 2.42%, एफएमसीजी में 2.10%, पावर में 2.01%, ऑटो में 1.55%, तेल-गैस-टीईसीके दोनों में 1.52% और 1.52%, बैंकिंग में 1.48%, धातु में 1.25% और आईटी में 1.05% की गिरावट रही। हेल्थकेयर में 0.89% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 24 जून 2013)
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