मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज मजबूती के साथ बंद हुए।
जून महीने में महँगाई दर 5% से नीचे रहने से आरबीआई (RBI) द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से भी बाजार को फायदा पहुँचा। जून 2013 में महँगाई दर बढ़ कर 4.86% हो गयी है, जबकि मई 2013 में यह दर 4.70% रही थी।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनौवैज्ञानिक स्तर के ऊपर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) भी 6000 के स्तर को पार कर गया। 31 मई 2013 के बाद सेंसेक्स ने पहली बार इस स्तर को पार किया है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 76 अंक यानी 0.38% की मजबूती के साथ 20,034 पर बंद हुआ। निफ्टी 22 अंक यानी 0.36% की बढ़त के साथ 6031 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.19% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.90% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.80% की मजबूती रही। आज के कारोबार में रियल्टी और एफएमसीजी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मजबूत एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे खुला। हालाँकि कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स हरे निशान के ऊपर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस बीच बाजार में गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 19,883 और निफ्टी 5981 दिन के निचले स्तरों पर रहे। इस दौरान बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। हालाँकि, मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। सेंसेक्स 20,000 के स्तर को पार कर गया। निफ्टी भी 6000 के स्तर पर लौट आया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 20,072 और निफ्टी 6038 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.94% का फायदा पहुँचा। एफएमसीजी में 1.19% की मजबूती रही। कैपिटल गुड्स में 0.89%, बैंकिंग और तेल-गैस दोनों में 0.72% व 0.72%, ऑटो में 0.60%, टीईसीके में 0.54% धातु-हेल्थकेयर दोनों में 0.46% व 0.46% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.40% की बढ़त रही। पीएसयू में 0.02% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, पावर में 0.78% की गिरावट रही, जबकि आईटी में 0.03% की मामूली कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 15 जुलाई 2013)
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