रुपये में सुधार के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
आरबीआई ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में बढ़ती गिरावट को सँभालने के लिए कई कदम उठाये गये हैं। इसी दिशा में आरबीआई ने सभी व्यावसायिक बैंकों के लिए कर्ज महँगा कर दिया है।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसला। निफ्टी (Nifty) भी 6000 के स्तर से नीचे रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 183 अंक यानी 0.91% की गिरावट के साथ 19,851 पर बंद हुआ। निफ्टी 76 अंक यानी 1.25% गिर कर 5955 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.26% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.45% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.79% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में रियल्टी और बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बाजार खुलते ही सेंसेक्स 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। निफ्टी भी 6000 के स्तर के नीचे खुला। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 19,650 और निफ्टी 5911 दिन के निचले स्तरों पर रहे। हालाँकि बाजार जल्द ही अपने निचले स्तरों से सँभला। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। यूरोपीय बाजारों से मिले-जुले रुख के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बना। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 5.84% का घाटा हुआ। बैंकिंग में 4.83%, कैपिटल गुड्स में 2.23%, धातु में 1.90%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.13% और पीएसयू में 1.02% की गिरावट रही। ऑटो में 0.62%, हेल्थकेयर में 0.49% और आईटी में 0.21% की कमजोरी रही। पावर में 0.03% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 1.81% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.74% की बढ़त और टीईसीके में 0.05% की मामूली बढ़त दर्ज हुई। (शेयर मंथन, 16 जुलाई 2013)
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