कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
सरकार द्वारा आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम उठाने के बावजूद बाजार को उम्मीद के मुताबिक फायदा नहीं पहुँचा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 97 अंक यानी 0.49% की मजबूती के साथ 19,949 पर बंद हुआ। निफ्टी 18 अंक यानी 0.30% की बढ़त के साथ 5973 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.81% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.50% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.22% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के करीब पहुँचा। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार में मजबूती के बीच कारोबार जारी रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार में जोश बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 19,983 और निफ्टी 5990 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन बाजार जल्द ही अपनी बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,779 और निफ्टी 5927 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी आधे घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान बाजार में एक बार फिर से मजबूती रही। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज एफएमसीजी को 3.39% का फायदा पहुँचा। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स-आईटी दोनों क्षेत्रों में 1.00% और 1.00% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.61%, पावर में 0.56% और टीईसीके में 0.35% की बढ़त रही। दूसरी ओर, बैकिंग को 2.32% का घाटा हुआ। धातु में 1.82% की गिरावट रही। ऑटो में 0.77%, रियल्टी में 0.71%, पीएसयू में 0.64%, कैपिटल गुड्स में 0.31% और हेल्थकेयर में 0.13% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 17 जुलाई 2013)
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