कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सुस्ती के साथ बंद हुए।
कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बना।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 21 अंक यानी 0.11% की हल्की बढ़त के साथ 20,150 पर बंद हुआ। निफ्टी 9 अंक यानी 0.15% की कमजोरी के साथ 6029 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.81% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.58% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.56% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में आईटी और टीईसीके क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी, जबकि कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में मजबूती पर कारोबार होता रहा, लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की मजबूती में कमी आयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। इस दौरान निफ्टी में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार में जोश बढ़ा। निफ्टी हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 20,257 और निफ्टी 6067 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन बाजार जल्द ही अपने ऊपरी स्तरों से नीचे फिसला। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में बाजार पर दबाव बढ़ा और यह लाल निशान पर चला गया। इस दौरान बाजार में लाल निशान पर ही ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। सेंसेक्स 20,111 और निफ्टी 6020 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। कारोबार के आखिरी मिनटों में सेंसेक्स हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन निफ्टी लाल निशान पर ही बना रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज आईटी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.81% का फायदा पहुँचा। टीईसीके में 2.20% और ऑटो में 1.66% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.67% की बढ़त रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स को सबसे अधिक 1.99% का घाटा हुआ। पावर में 1.87%, बैंकिंग में 1.84%, रियल्टी में 1.83%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.19% और हेल्थकेयर में 1.00% की गिरावट रही। धातु में 0.78%, एफएमसीजी में 0.20% और पीएसयू में 0.19% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 19 जुलाई 2013)
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