रुपये में बढ़ती गिरावट को थामने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा उठाये गये कदमों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 211 अंक यानी 1.04% की गिरावट के साथ 20,091 पर बंद हुआ। निफ्टी 87 अंक यानी 1.44% गिर कर 5990 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.91% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.82% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.42% की गिरावट रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। कारोबार के दूसरे घंटे में ही बाजार की गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 20,000 और निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसल गये। इसके बाद बजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। सेंसेक्स 20,000 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,994 और निफ्टी 5963 दिन के निचले स्तरों पर लुढ़क गये। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार अपने निचले स्तर से संभलने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 20,000 के स्तर पर वापस लौट आया। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आयी। निफ्टी 6000 के स्तर के करीब पहुँचा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.61% का घाटा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 3.13%, कैपिटल गुड्स में 2.98%, धातु में 2.09%, पीएसयू में 1.76%, पावर में 1.64%, रियल्टी में 1.31% और ऑटो में 1.29% की गिरावट रही। तेल-गैस में 0.47%, एफएमसीजी में 0.36% और हेल्थकेयर में 0.26% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 1.03% की मजबूती रही। टीईसीके में 0.99% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 24 जुलाई 2013)
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