कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और भारतीय कंपनियों के निराशाजनक तिमाही नतीजों से बाजार पर दबाव बना।
निफ्टी (Nifty) 5900 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 57 अंक यानी 0.29% की गिरावट के साथ 19,748 पर बंद हुआ। निफ्टी 21 अंक यानी 0.36% गिर कर 5886 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.07% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.99% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.82% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में धातु और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 19,907 और निफ्टी 5944 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में ही बाजार की मजबूती में कमी आयी। इस दौरान बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में गिरावट बढ़ी। निफ्टी 5900 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता, गया बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 19,700 और निफ्टी 5869 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निचले स्तरों से संभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज धातु क्षेत्र में सबसे ज्यादा 3.52% का घाटा हुआ। रियल्टी में 1.59%, पीएसयू में 1.50% और बैंकिंग में 1.43% की गिरावट रही। कैपिटल गुड्स में 0.93%, ऑटो में 0.60%, पावर में 0.35%, तेल-गैस में 0.34% और टीईसीके में 0.20% की कमजोरी रही। आईटी में 0.06% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, हेल्थकेयर में 0.23% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.14% और एफएमसीजी में 0.12% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 26 जुलाई 2013)
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