रुपये में भारी गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार पाँचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 60 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव न किये जाने से बाजार में गिरावट बढ़ी।
निफ्टी (Nifty) 5800 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे लुढ़क गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 245 अंक यानी 1.25% की गिरावट के साथ 19,348 पर बंद हुआ। निफ्टी 77 अंक यानी 1.31% गिर कर 5755 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.43% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.96% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.98% की गिरावट रही। आज के कारोबार में तेल-गैस और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की मजबूती के साथ हुई, लेकिन कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। हालाँकि इसके बाद बाजार में मजबूती आयी। इस दौरान सेंसेक्स 19,673 और निफ्टी 5861 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन आरबीआई के ब्याज दरों में कोई बदलाव न करने से बाजार पर दबाव बना। इस दौरान बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 5800 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। आरबीआई ने रेपो दर (Repo Rate) को 7.25% और रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) को 6.25% पर बरकरार रखा है। वहीं, नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी कोई बदलाव नहीं किया है। सीआरआर 4% पर कायम है। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार टूटता चला गया। इस दौरान सेंसक्स 19,329 और निफ्टी 5748 दिन के निचले स्तरों पर रहे। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज तेल-गैस क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.89% का घाटा हुआ। रियल्टी में 3.60%, पावर में 3.35%, पीएसयू में 3.11%, ऑटो में 2.06%, एफएमसीजी में 1.92%, धातु में 1.91%, बैंकिंग में 1.28%, हेल्थकेयर में 1.11% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.00% की गिरावट रही। कैपिटल गुड्स में 0.82% और टीईसीके मे 0.11% की कमजोरी रही। दूसरी और, आईटी में 0.91% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 30 जुलाई 2013)
Add comment