रुपये में रिकॉर्डतोड़ गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 66 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। रुपया 66.09 के अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर तक पहुँच गया।
कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों से भी बाजार पर दबाव बना। सीरिया (Syria) में संभावित युद्ध की वजह से वैश्विक बाजारों में भी गिरावट दर्ज हुई, जिसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
सेंसेक्स (Sensex) 18,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 5300 के स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 590 अंक यानी 3.18% की गिरावट के साथ 17,968 पर बंद हुआ। निफ्टी 189 अंक यानी 3.45% गिर कर 5287 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.40% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.09% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.70% की गिरावट रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही निफ्टी 5400 के स्तर से नीचे चला गया। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट बढ़ी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बना। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट गहरायी। इस दौरान सेंसेक्स 18,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। निफ्टी 5300 से स्तर से नीचे चला गया। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार टूटता चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 17,922 और निफ्टी 5274 दिन के निचले स्तरों पर रहे। हालाँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में निफ्टी 5300 के स्तर से ऊपर पहुँचने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही दोबारा इस स्तर से नीचे फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में तीखी गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 5.34% का घाटा हुआ। कैपिटल गुड्स में 4.71%, पावर में 4.51%, रियल्टी में 3.95%, पीएसयू में 3.80%, धातु में 3.52%, एफएमसीजी में 2.99%, ऑटो में 2.59%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.44%, तेल-गैस में 2.42% और हेल्थकेयर में 1.98% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.53% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.16% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2013)
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