वित्त वर्ष 2014 के लिए जीडीपी (GDP) अनुमान घटाये जाने की खबर के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज उतार-चढ़ाव के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
सरकार ने वित्त वर्ष 2014 का विकास दर का अनुमान घटा कर 5.3% कर दिया है। इससे पहले अप्रैल में जीडीपी विकास दर का अनुमान 6.4% रखा गया था। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से बाजार पर दबाव बना। कमजोर वैश्विक संकतों से भी बाजार में अस्थिरता रही।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 49 अंक यानी 0.25% की गिरावट के साथ 19,733 पर बंद हुआ। निफ्टी बिना किसी बदलाव के 5851 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.74% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.57% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.60% की बढ़त रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और आईटी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। हालाँकि कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार सँभल कर हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,899 और निफ्टी 5884 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बना और यह बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 19,676 और निफ्टी 5823 दिन के निचले स्तरों पर रहे। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार हरे निशान पर लौट आया। सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2014 के लिए विकास दर अनुमान घटाये जाने से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर चला गया। कारोबार के अंत तक बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.54% का घाटा हुआ। आईटी में 1.43% और टीईसीके में 1.12% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.97% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, रियल्टी को 2.72% का फायदा पहुँचा। पावर में 2.47%, कैपिटल गुड्स में 2.27% और पीएसयू में 1.85% की मजबूती रही। ऑटो में 0.86%, तेल-गैस में 0.57%, धातु में 0.53%, हेल्थकेयर में 0.16% और बैंकिंग में 0.13% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 13 सितंबर 2013)
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