निराशाजनक महँगाई आँकड़ों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए।
अगस्त महीने में महँगाई में बेतहाशा वृद्धि से बाजार पर दबाव बना। अगस्त 2013 में महँगाई दर बढ़ कर 6.1% हो गयी है, जो कि जुलाई महीने में 5.97% रही थी।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार गया, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे चला गया। निफ्टी (Nifty) 5900 के स्तर के ऊपर खुला, लेकिन कारोबार के अंत में इस स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 10 अंक यानी 0.05% की मामूली बढ़त के साथ 19,742 पर सपाट बंद हुआ। निफ्टी 10 अंक यानी 0.17% की कमजोरी के साथ 5841 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.50% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.54% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.58% की गिरावट रही। आज के कारोबार में बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी और हेल्थकेयर क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही सेंसेक्स 20,000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। निफ्टी 5900 के स्तर के ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 20,086 और निफ्टी 5957 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। इसके बाद बाजार की मजबूती में थोड़ी कमी आयी। सेंसेक्स 20,000 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। अगस्त महीने के निराशाजनक महँगाई आँकड़ों से बाजार पर दबाव बना। इस दौरान बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 5900 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान बाजार की गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 19,596 और निफ्टी 5798 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि निफ्टी जल्द ही 5800 के स्तर से ऊपर लौट आया। इसके बाद बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन जल्द ही लाल निशान पर फिसल गया। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। आखिरकार कारोबार के अंत में सेंसेक्स हरे निशान पर सपाट बंद हुआ, जबकि निफ्टी लाल निशान पर रहा।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.86% की मजबूती रही। एफएमसीजी और ऑटो दोनों में 0.38% व 0.38% और पीएसयू में 0.12% की बढ़त रही। दूसरी ओर, हेल्थकेयर को सबसे ज्यादा 2.47% का घाटा हुआ। रियल्टी में 1.96%, आईटी में 1.85%, टीईसीके में 1.24%, धातु में 1.05% और कैपिटल गुड्स में 1.00% की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबलस में 0.45%, पावर में 0.38% और तेल-गैस में 0.37% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 16 सितंबर 2013)
Add comment