मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेजी के साथ बंद हुए।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की बैठक में बांड खरीद कार्यक्रमों में कटौती नहीं करने के फैसले से घरेलू बाजार में मजबूती रही। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में मजबूती से बाजार को फायदा पहुँचा।
मई 2009 के बाद सेंसेक्स में सबसे ज्यादा एकदिनी मजबूती रही, जबकि 30 मई 2013 के बाद निफ्टी 6100 के ऊपर पहुँचने में कामयाब रहा।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर खुला। निफ्टी (Nifty) 6100 के स्तर से ऊपर बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 684 अंक यानी 3.43% की मजबूती के साथ 20,647 पर बंद हुआ। निफ्टी 216 अंक यानी 3.66% चढ़ कर 6116 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.91% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.21% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.16% की बढ़त रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। सेंसेक्स 20,000 के स्तर के ऊपर खुला। निफ्टी भी 6000 के स्तर को पार कर गया। इस दौरान बाजार में मजबूती पर कारोबार होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार को फायदा पहुँचा। दोपहर के कारोबार में बाजार चढ़ता चला गया। निफ्टी 6100 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार का जोश बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 20,740 और निफ्टी 6142 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 6.78% का फायदा पहुँचा। रियल्टी में 5.34%, कैपिटल गुड्स में 4.75%, धातु में 3.80%, पीएसयू में 3.58%, एफएमसीजी में 3.21%, तेल-गैस में 3.13%, ऑटो में 2.85%, पावर में 2.61%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.63% और हेल्थकेयर में 1.35% की मजबूती रही। टीईसीके में 0.74% की बढ़त रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.20% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 19 सितंबर 2013)
Add comment