कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 5900 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर खुला, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 167 अंक यानी 0.84% की गिरावट के साथ 19,727 पर बंद हुआ। निफ्टी 49 अंक यानी 0.83% गिर कर 5833 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.02% की मामूली कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.10% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.31% की बढ़त रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और धातु क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 5900 के स्तर के ऊपर खुला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 19,982 और निफ्टी 5909 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 5900 के स्तर से नीचे चला गया। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घेरलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ी, लेकिन इसके बाद बाजार की गिरावट में कमी आती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार में गिरावट गहरायी। इस दौरान सेंसेक्स 19,674 और निफ्टी 5819 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.83% का घाटा हुआ। धातु में 1.61%, रियल्टी में 1.48%, कैपिटल गुड्स में 1.42%, पावर में 1.15% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.04% की गिरावट रही। पीएसयू में 0.44%, ऑटो-टीईसीके दोनों में 0.28% और 0.28% की कमजोरी रही। हेल्थकेयर में 0.04% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 0.42% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.15% और आईटी में 0.07% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 27 सितंबर 2013)
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