हेमेन कपाड़िया, सीईओ, चार्ट पंडित : छोटी अवधि और संभवतः मध्यम अवधि के लिहाज से भी हद से ज्यादा बिकवाली (ओवरसोल्ड) की स्थिति दिखने के बावजूद निफ्टी में लगातार गिरावट जारी है।
लगातार निचले शिखर (top) और निचली तलहटी (bottom) बनने का सिलसिला जारी है। इसने 5350-5500 के दायरे को तोड़ा जो इसके लिए काफी सघन क्षेत्र था। अब तक इसने कोई वापसी नहीं की है।
निफ्टी में 1000 अंक से ज्यादा गिरावट के बाद अब ज्यादा ही मंदी की धारणा बनाना ठीक नहीं होगा। लेकिन यह बात भी सच है कि अब तक बाजार ने महत्वपूर्ण समर्थन स्तरों पर कोई सहारा नहीं लिया है। अगर निकट भविष्य में निफ्टी 5210 के नीचे बंद हो तो और ज्यादा गिरावट की संभावना बढ़ जायेगी।
स्वास्थ्य (Healthcare), एफएमसीजी (FMCG), कैपिटल गुड्स (Capital Goods), ऑटो (Auto) पीएसयू (PSU) और खास कर रियल एस्टेट (Realty) शेयरों पर काफी दबाव है। वहीं बैंक (Bank), आईटी (IT), धातु (Metals) और तेल (Oil) क्षेत्र तुलनात्मक रूप से बेहतर रहे हैं और बाकी बाजार से कम गिरे हैं।
निफ्टी पर भी बिकवाली का दबाव जारी है। इससे कुछ राहत मिलने की उम्मीद जरूर है। लेकिन यह उम्मीद इन स्तरों पर पूरी हो सकेगी या यहाँ से और निचले स्तरों पर, यह कहना मुश्किल हैं क्योंकि इसका रुझान अभी नीचे का ही है। इसलिए अभी तस्वीर साफ होने का इंतजार करना बेहतर होगा। (Hemen Kapadia, CEO, Chart Pundit)
(शेयर मंथन, 11 फरवरी 2011)
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