आरती इंडस्ट्रीज को एक वैश्विक एग्रोकेमिकल कंपनी से लंबी अवधि का कॉन्ट्रैक्ट मिला है।
कंपनी को यह कॉन्ट्रैक्ट 9 साल की अवधि के लिए मिला है। यह कॉन्ट्रैक्ट 3000 करोड़ रुपये का है। कंपनी के मुताबिक इस कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने के लिए अतिरिक्त कैपेक्स यानी पूंजीगत खर्च की जरूरत नहीं पड़ेगी। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग इकाई मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। कंपनी ने यह कॉन्ट्रैक्ट एग्रोकेमिकल इंटरमीडिएट की आपूर्ति के लिए किया है। इस कॉन्ट्रैक्ट से कंपनी की आय में 3000 करोड़ रुपये की वृद्धि होने की उम्मीद है। कॉन्ट्रैक्ट के तहत केमिकल की आपूर्ति मौजूदा वित्त वर्ष से ही शुरू करनी है।
इस केमिकल का इस्तेमाल हर्बिसाइड्स यानी खर-पतवार को नाश करने के लिए किया जाता है। यह नहीं कई तरह के खाद्य पदार्थ, नकदी फसल जैसे मक्का, सोयाबीन, कपास, शुगरकेन, सनफ्लावर इत्यादि में भी किया जाता है। यह उत्पाद कंपनी के पोर्टफोलियो का मुख्य कंपोनेंट यानी घटक है। यही नहीं कंपनी भारत में इस उत्पाद के नामी उत्पादकों में से एक है। कंपनी के मुताबिक चीन में लगातार बाधाओं के कारण भारत एग्रोकेमिकल का नेट निर्यातक बन गया है। यही नहीं बेहतर लागत और कीमत के कारण पिछले एक दशक के दौरान भारत और चीन से एग्रोकेमिकल के आउटसोर्सिंग में तेजी देखने को मिली है। कंपनी का शेयर 2% बढ़ कर 645.75 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2023)
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