सरकारी कंपनी एनएलसी (NLC) इंडिया लिमिटेड ने भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (BHEL) को कॉन्ट्रैक्ट दिया है। कंपनी ने यह ऑर्डर ओडिशा में बनने वाले थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए दिया है।
इस थर्मल पावर की क्षमता 2400 मेगा वाट है। कंपनी ने 12 जनवरी को एक्सचेंज के जरिए भेल को दिए गए कॉन्ट्रैक्ट की जानकारी दी है। भेल को यह कॉन्ट्रैक्ट ईपीसी (EPC) यानी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन के तहत मिला है। इस पीट हेड ग्रीन प्रोजेक्ट की क्षमता 2400 मेगा वाट की है। यह पावर जेनरेशन के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करेगा। इसके निर्माण में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक का इस्तेमाल किया जाना है।
इस ईपीसी के तहत इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, सप्लाई, उसे स्थापित करना और इसमें इस्तेमाल होने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों जैसे बॉयलर्स, टर्बाइन्स, जेनरेटर्स को शुरू करना भी शामिल है। इसके अलावा सहायक सिस्टम्स भी 800 मेगा वाट के तीन इकाई वाले थर्मल प्रोजेक्ट के लिए विकसित करने होंगे। खास बात यह है कि इस थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स से उत्पादन होने वाले ऊर्जा के लिए पहले ही पावर परचेज एग्रीमेंट यानी पीपीए (PPAs) हो चुके हैं। इस पीपीए में तमिलनाडु, ओडिशा, केरल और पुड्डुचेरी शामिल है। इस प्रोजेक्ट के लिए कोयले की आपूर्ति एनएलसी इंडिया के तालाबीरा II और II OCP माइन्स से की जाएगी। यह माइन्स 2020 से ओडिशा के झरसुगोडा और संबलपुर में कार्यरत है। साथ ही प्रोजेक्ट्स के कड़े पर्यावरणीय नियमों को पूरा करने के लिए कंपनी ने आधुनिकतम प्रदूषण नियंत्रण तकनीक को इस्तेमाल करेगी, जिसका नाम फ्लू गैस डीसल्फ्यूराइजेशन यानी एफजीडी (FGD) और सेलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन (SCR) शामिल है। बीएसई (BSE) पर एनएलसी का शेयर 1.40% गिर कर 229.30 रुपये प्रति शेयर और भेल का शेयर 2.44% चढ़ कर 201.20 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 15 जनवरी 2023)
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