शेयर मंथन में खोजें

चौथी तिमाही में वॉकहार्ट का घाटा 19% घटा, आय 3.2% बढ़ी

फार्मा की दिग्गज कंपनी वॉकहार्ट ने हाल ही में चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के घाटे में 19% की कमी देखने को मिली है। कंपनी का घाटा 208 करोड़ रुपये से घटकर 169 करोड़ रुपये रह गया है।

 वहीं कंपनी की आय में 3.2% की बढ़ोतरी देखने को मिली है। आय 678 करोड़ रुपये से बढ़कर 700 करोड़ रुपये हो गया है। कामकाजी मुनाफा 3 करोड़ मुनाफे के मुकाबले 103 करोड़ रुपये का कामकाजी घाटा दर्ज हुआ है। वहीं कंपनी ने मौजूदा तिमाही में 79 करोड़ रुपये का एसेट इंप्येरमेंट हुआ है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 96 करोड़ रुपये का अतिरिक्त घाटा हुआ था। कंपनी की अन्य आय 32 करोड़ रुपये से बढ़कर 54 करोड़ रुपये रही है।

इसके अलावा कंपनी को 42 करोड़ का नुकसान हुआ है। यह कंपनी के अमेरिकी ऑपरेशंस के रीस्ट्रक्चरिंग के मद्देनजर प्रॉपर्टी की बिक्री, इकाई और उपकरण से जुड़ी है। कंपनी के ब्रिटिश कारोबार से आय 242 करोड़ रुपये से बढ़कर 268 करोड़ रुपये रही है। इसमें 11% की वृद्धि रही है। यह रकम कंपनी के वैश्विक आय का करीब 36% है। जहां तक पूरे वित्त वर्ष का सवाल है तो यूके (UK) कारोबार से आय 887 करोड़ रुपये से बढ़कर 1041 करोड़ रुपये रहा है। जो करीब 17% अधिक है। वहीं चौथी तिमाही में उभरती अर्थव्यवस्थाओं में कंपनी का कारोबार 190 करोड़ रुपये का रहा है जो वैश्विक आय का करीब 25% है। जबकि पूरे वित्त वर्ष के दौरान यह 542 करोड़ रुपये से बढ़कर 642 करोड़ रुपये हो गया है। जहां तक भारतीय कारोबार से आय का सवाल है तो यह पिछले साल के 125 करोड़ रुपये से बढ़कर 181 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। यह करीब 45% अधिक है। पूरे वित्त वर्ष के दौरान भारतीय करोबार से आय में करीब 5% की वृद्धि हुई है, वहीं कुल वैश्विक आय में 22% का योगदान है।
अमेरिकी कारोबार से आय 42 करोड़ रुपये की रही है जिसका वैश्विक आय में करीब 6% योगदान है। चौथी तिमाही में कंपनी ने 1 पेटेंट दाखिल किया है। अभी तक कुल मिलाकर कंपनी ने 3263 पेटेंट दाखिल किए हैं। पिछली तिमाही में कंपनी के 3 पेटेंट को मंजूरी मिली है। फिलहाल कंपनी के पास 840 पेटेंट्स हैं। चौथी तिमाही में कंपनी ने रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट पर 33 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जो कि कुल बिक्री का करीब 4.4% है।

(शेयर मंथन, 30 मई 2024)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"