कोटक सिक्योरिटीज (Kotak Securities) में इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान के मुताबिक बीते सप्ताह (08 से 12 जनवरी) के बीच प्रमुख सूचकांक में उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। इस दौरान निफ्टी में 0.91% की तेजी आयी, जबकि सेंसेक्स 840 अंक बढ़ गया।
क्षेत्रों की बात करें तो आईटी और रियल्टी इंडेक्स में तेजी रही और ये 4% तक बढ़ गये, जबकि एफएमसीजी और वित्तीय शेयरें में ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली देखने को मिली। परिणामस्वरूप, एफएमसीजी इंडेक्स 2% से ज्यादा, जबकि वित्तीय सेवा इंडेक्स तकरीबन 1% गिर गये। तकनीकी रूप से, हफ्ते की शुरुआत नकारात्मक रुझान के साथ हुई थी। निफ्टी ने छोटी अवधि के करेक्शन के बाद 20 दिनों के एसएमए (Simple Moving Average) के पास सपोर्ट लिया और तेजी के साथ वापसी की।
वापसी के बाद निफ्टी/सेंसेक्स ने न सिर्फ 21750/72100 के बाद 21850/72560 के छोटी अवधि के प्रतिरोध को सफलतापूर्वक पार किया, बल्कि उसके ऊपर बंद होने में भी कामयाब रहे, जो सकारात्मक रहा। इसके अलावा, दैनिक चार्ट पर इंडेक्स में रेंज ब्रेकआउट की संरचना बन रही है, जो मौजूदा स्तर से आगे तेजी में सपोर्ट करेगी।
हमारा मानना है कि सूचकांक जब तक 21700/72000 के ऊपर कारोबार करता रहेगा तब तक ब्रेकआउट की संरचना जारी रहेगी। इसके ऊपर बाजार 22100-22200/73000-73300 के स्तर तक जा सकत हैं। दूसरी तरफ, 21700/72000 के नीचे कारोबारियों को लॉन्ग ट्रेडिंग पोजीशन से निकलने के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि बाजार 21650-21575/70800-70600 के स्तर तक पुन: लौट सकते हैं।
बैंक निफ्टी के कारोबारियों के लिए 20 दिनों का एसएमए या 47900 का स्तर ट्रेंड तय करने वाला स्तर होगा और इसके ऊपर ये 48300-48500 के स्तर तक जा सकता है। दूसरी तरफ, 47400 के नीचे व्यापारियों को लॉन्ग पोजीशन से निकलने के बारे में विचार करना चाहिए। निफ्टी में छोटे से मध्यम अवधि के नजरिये के साथ चुनिंदा स्टॉक में 21850 और 21800 के बीच गिरावट में खरीदने की रणनीति अपनानी चाहिए।
(शेयर मंथन, 15 जनवरी 2024)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)
Add comment