सरकार ने थर्मल पावर प्लांट के पास उपलब्ध कोयले के बारे में जानकारी दी है। सरकार के मुताबिक थर्मल पावर प्लांट्स के पास 45 मीट्रिक टन कोयले का रिकॉर्ड स्टॉक मौजूद है।
सरकार ने यह आंकड़ा कमर्शियल कोल माइन्स की नीलामी से पहले जारी किया है। कमर्शियल कोल माइन्स की नीलामी के दसवें राउंड का ऐलान कल यानी 21 जून को हैदराबाद में किया जाएगा। इसका ऐलान केंद्रीय कोल ऐंड माइन्स मंत्री जी किशन रेड्डी करेंगे। इसका मकसद कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के साथ आयात पर निर्भरता को कम करना है। उत्तर भारत में चल रहे हीटवेव के बीच कोयले का स्टॉक पावर प्लांट के पास अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। सरकार का यह प्रयास है कि गर्मी के कारण बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कोयले की निर्बाध आपूर्ति को सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही पावर मंत्रालय ने बिजली कटौती और लोड शेडिंग को रोकने के लिए कई कमद उठाए हैं। ग्रीन एनर्जी का दायरा बढ़ाने के प्रयास के बावजूद थर्मल पावर के उत्पादन के लिए कोयला प्राथमिक स्रोत बना रहेगा। अनुमान के मुताबिक देशभर में कुल बिजल्ली उत्पादन में कोयले से उत्पादन होने वाली बिजली का योगदान करीब 77% है। इस राउंड के तहत 60 कोल ब्लॉक्स की नीलामी की जाएगी। इसमें 16 माइन्स ओडिशा, 15-15 माइन्स छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश और 6 माइन्स झारखंड के शामिल हैं। इस नीलामी में 24 पूरी तरह से एक्सप्लोर किए जाने वाले माइन्स हैं जबकि 36 माइन्स में आंशिक तौर पर एक्सप्लोर किए गए हैं। कोल इंडिया का शेयर 1.09% चढ़ कर 483.15 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है।
(शेयर मंथन, 20 जून 2024)
Add comment