दवा कंपनी जुबिलेंट फार्मोवा की सब्सिडियरी फ्रांस की कंपनी में आरऐंडडी (R&D) सेंटर में हिस्से का अधिग्रहण करेगी। यह अधिग्रहण Pierre Fabre के आरऐंडडी में किया जाएगा। यह अधिग्रहण करीब 80% के करीब है। आपको बता दें कि जुबिलेंट फार्मोवा की सब्सिडियरी कंपनी जुबिलेंट बायोसिस है।
यह अधिग्रहण जुबिलेंट बायोसिस इनोवेटिव रिसर्च सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के जरिए किया जाएगा। यह अधिग्रहण 407 करोड़ रुपये में किया जाएगा। अधिग्रहण की यह पूरी प्रक्रिया 2 साल के अंदर पूरी होगी। यह अधिग्रहण फ्रांस में हाल ही में गठित कंपनी के जरिए की जाएगी। इस अधिग्रहण का मकसद जुबिलेंट बायोसिस के बायोलॉजिक्स और एंटीबॉडी ड्रग कंजुगेट्स (ADC) कारोबार को बढ़ावा देना है। अधिग्रहण पूरा होने के बाद नई कंपनी आरऐंडडी सेंटर का कारोबार देखेगी। इस कंपनी का काम यूरोप और अमेरिका में फार्मास्यूटिक्लस और बायोटेक कंपनी के साथ सहयोग मिलना है। कंपनी इससे ड्रग डिस्कवरी पोर्टफोलियो खासकर बायोलॉजिक्स और एंटीबॉडी ड्रग कंजुगेट्स को बढ़ावा देना है। करार के तहत Pierre Fabre नई कंपनी में 20% हिस्सा रख सकती है। अगले दो साल में करीब 101 करोड़ रुपये निवेश करेगी। हालाकि Pierre Fabre को प्रॉपराइटरी और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी से जुड़ी जानकारी नहीं मिलेगी। शुक्रवार को जुबिलेंट फार्मोवा का शेयर 0.82% गिर कर 854.90 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 18 अगस्त 2024)
-------------------------
Add comment