पशुपति सुब्रह्मण्यम, रिसर्च प्रमुख, वेंचुरा सिक्योरिटीज
मेरे विचार में आज भारतीय शेयर बाजारों के सपाट या फिर नीचे रहने की संभावना है। इसके पीछे एक प्रमुख कारण यह है कि छोटी अवधि के लिए बाजार की धारणा बिल्कुल नकारात्मक हो चुकी है।
सामान्य कारोबारी दिनों में हम मोटे तौर पर 50-55 हजार करोड़ रुपये का कारोबार देखते हैं, लेकिन आज कारोबार की मात्रा 20-25% कम हो सकती है। यह बात केवल आज के लिए ही नहीं है, बल्कि इक्विटी के क्षेत्र में दिसंबर के महीने में शायद ही कारोबार की अच्छी मात्रा दिखायी पड़े। सेटलमेंट के दिन भी कारोबार की कोई खास मात्रा नहीं दिखी थी।
मेरा मानना है कि कारोबारी पर्यटकों (बिजनेस टूरिस्ट) की संख्या में कमी आ सकती है। उनके यहाँ भी दबाव की स्थिति है और हमारे यहाँ भी। निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करने से पहले ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति अपना रहे हैं।