पहले से ही मंदी की चिंता से जूझ रहे अमेरिकी शेयर बाजारों के लिए सप्ताह का पहला दिन खुशगवार नहीं रहा। एक ओर जहाँ कुवैत सरकार द्वारा डॉव केमिकल के साथ 17.4 अरब डॉलर पूँजी से बनाये जाने वाले संयुक्त उपक्रम के-डॉव पेट्रोकेमिकल्स से अपने हाथ वापस खींचने की खबर ने बाजार को हताश किया, वहीं मध्य-पूर्व में जारी हिंसा ने वाल स्ट्रीट की चिंता को और बढ़ा दिया। मध्य-पूर्व में जारी संकट की वजह से कच्चे तेल की कीमत में उछाल दर्ज की गयी। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में कच्चे तेल की कीमत 2.31 डॉलर चढ़ कर 40.02 डॉलर प्रति बैरल तक चली गयी। विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य-पूर्व संकट जारी रहने की स्थिति में तेल की कीमतें और बढ़ सकती हैं। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में कारोबार की मात्रा काफी कम रही। साल 2008 में केवल दो कारोबारी दिन बचे हैं और ऐसा लगता है कि निवेशक कोई बड़ा दाँव लगाने से पहले इस साल के बीतने का इंतजार कर रहे हैं।
आज सुबह एशियाई बाजारों में हरियाली दिख रही है। ताइवान वेटेड में 3% से अधिक बढ़त है, जबकि निक्केई और कॉस्पी में 1.5-2% की मजबूती है। हैंग सेंग, जकार्ता कंपोजिट और शंघाई कंपोजिट भी हरे निशान में हैं, लेकिन इनकी बढ़त 1% से कम है। स्ट्रेट्स टाइम्स में हल्की कमजोरी दिख रही है। सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में निफ्टी वायदा कल एनएसई में निफ्टी के बंद स्तर के लगभग 25-30 अंक ऊपर 2,950-55 के आसपास चल रहा है।